“एक रिश्ता टूटा हुआ”  – भावना ठाकर ‘भावु’

Post View 1,697 ओस धुली अलसाई सुबह में विंड चाइम की मधुर घंटीयों की सरगम ने मेरी बोझिल पलकों पर दस्तक दी, कोहरे की भीनी खुशबू से सराबोर होते एक झोंका आया खिड़की खोलकर सूरज की पहली रश्मि के संग, हौले से टकोर दी कुछ कड़वी यादों भरी ढ़ेर सारी सुबह की और में चली … Continue reading “एक रिश्ता टूटा हुआ”  – भावना ठाकर ‘भावु’