एक रात ऐसी भी – श्रद्धा निगम

Post Views: 3 आस्था हड़बड़ा कर तेज़ कदमो से रेलवे प्लेटफॉर्म की तरफ भागी। ट्रैन आ चुकी थी,राजीव पर मन ही मन गुस्सा हो रही थी।हमेशा ही ऐसा होता है, लेटलतीफी..आज तो उसे केवल जाना था,गाड़ी भी कम समय के लिए रुकती थी।बहरहाल किसी तरह अपने कूपे में चढ़ी, राजीव ने सामान रखा, और ट्रेन … Continue reading एक रात ऐसी भी – श्रद्धा निगम