एक ही बेटी है। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

Post View 2,807 सुबह से ही सुधा की मां कांता जी बहुत खुश थी कि आज उनके कलेजे की कौर वापस घर आयेगी, वो सुबह से ही पकवान बनाने में जुटी हुई थी। उसकी पसंद का सारा खाना बना दिया, और पलकें बिछाकर उसका इंतजार करने लगी।  अभी तक भी नहीं आई वो बरामदे में … Continue reading एक ही बेटी है। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi