एक हाथ से ताली नहीं बजती – उमा महाजन : Moral Stories in Hindi

Post View 463 ‘मैं कोई अनपढ़, गंवार और पिछड़ी पृष्ठभूमि से आने वाली तुम्हारी मोहताज नहीं हूँ कि तुम मुझे किसी के भी सामने डांट-फटकार लगा दो।  तुम्हारा हमेशा ही यही रवैया रहता है। मैं एक पढ़ी-लिखी मॉडर्न पत्नी हूँ, आत्मनिर्भर हूं, सामने वाले का व्यवहार और उचित-अनुचित का अंतर खूब समझती हूँ। इस प्रकार … Continue reading एक हाथ से ताली नहीं बजती – उमा महाजन : Moral Stories in Hindi