एक फैंसला आत्मसम्मान के लिए – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi

Post Views: 3 सावित्री आज दस साल बाद जेल से बाहर निकलती है जैसे ही गेट से बाहर आती है सामने नीली बत्ती वाली गाड़ी उसका इंतजार कर रही होती है। डीएसपी साहिबा और एक लड़की गाड़ी से बाहर निकलती है और आंसुओं से भरी आंखों के साथ सावित्री के सामने खड़ी होकर उसे सल्यूट … Continue reading एक फैंसला आत्मसम्मान के लिए – अमित रत्ता : Moral Stories in Hindi