एक बेटे का दर्द तुम कभी समझ ही नही पाईं !! – स्वाती जैंन

Post View 324 सुनीता बोली सच गाँव के लोगो को शहर के कितने भी तौर – तरीके सीखा लो मगर वे गाँव वाली हरकतें ही करेंगे !! यह सुनकर रुक्मणि जी का दिल एक बार फिर टूट गया , कितनी उम्मीदे लेकर गाँव से आए थे रमाकांत जी और रूक्मणि जी मगर सुनीता दोनों को … Continue reading एक बेटे का दर्द तुम कभी समझ ही नही पाईं !! – स्वाती जैंन