एक बार फिर (भाग 2 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi

Post Views: 5 प्रिया अपनी फ्रैंड कविता से मिलने जाती है। रास्ते में एक जगह गाड़ी खड़ी करके जंगली गुलाब की झाड़ी को देखने लगती है। तभी पीछे से कोई आवाज देता है अब आगे- ऐ मैडम! बीच रास्ते में गाड़ी क्यों रोक दी। वैसे ही इतना संकरा रास्ता है। लगता है कि आप किसी … Continue reading एक बार फिर (भाग 2 ) – रचना कंडवाल : Moral stories in hindi