एक बार फिर से – निभा राजीव निर्वी : Moral Stories in Hindi

Post View 52,921 नहा कर आई तनुजा तौलिए से अपनी गीले बाल सुखा ही रही थी कि अचानक उसकी दृष्टि बिस्तर पर पड़े एक उपहार के पैकेट पर पड़ी! उसका हृदय बल्लियों उछल पड़ा है इसी बात की तो वह प्रतीक्षा कर रही थी! आज उसकी वैवाहिक वर्षगांठ थी, और वह बहुत उत्साहित थी… उसे … Continue reading एक बार फिर से – निभा राजीव निर्वी : Moral Stories in Hindi