एक अनजान ने मुझे सही राह दिखा दी – ममता गुप्ता
Post View 1,145 अपने भतीजी अंशु के जन्मदिन पर आई। शालिनी अपने ससुराल वापस जा रही थी..भैया भाभी शालिनी को रेलवे स्टेशन तक छोड़ने आये थे। ये क्या दीदी कुछ दिन औऱ रुक जाती..आपके भैया आपको अपनी गाड़ी से छोड़ आते..लेकिन आपको तो रुकने की फुर्सत ही नहीं है। अब कभी आओ तो फुर्सत से … Continue reading एक अनजान ने मुझे सही राह दिखा दी – ममता गुप्ता
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