एक अजनबी  – आरती झा आद्या 

Post View 654 विवाह के तीन चार साल हो गये थे। विश्विद्यालय की परीक्षा में हिन्दी साहित्य में स्वर्ण पदक विजेता स्वाति चाह कर भी घर गृहस्थी के अलावा कुछ नहीं सोच पा रही थी। कभी लिखना पढ़ना गुनगुनाना यही जिंदगी थी उसकी। हिन्दी साहित्य से जुड़ी हुई कोई भी प्रतियोगिता हो.. महाविद्यालय या विश्विद्यालय … Continue reading एक अजनबी  – आरती झा आद्या