एक अजनबी दोस्त – डॉ पारुल अग्रवाल
Post View 2,064 अपराजिता एयरपोर्ट पर बैठी अपनी उड़ान का इंतजार कर रही थी। नितांत अकेली, बस कोई साथी था तो उसके मन में उठने कई सारे ख्याल। उसके दिमाग में कभी कुछ चलता,तो कभी कुछ। यहां कहने को तो वो अकेली थी पर ये अकेलापन शायद अब उसका सबसे अच्छा साथी था क्योंकि ये … Continue reading एक अजनबी दोस्त – डॉ पारुल अग्रवाल
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed