दुःख का अथाह सागर – अनीता सिंह तोमर

Post View 280 “अनु!  मेरी कल बहुत जरूरी मीटिंग है मुझे जल्दी जगा देना।” इतना कहकर अंकुर 9 बजे सोने चला गया। अनुष्का ने किचन समेटा अपने सास-ससुर को दूध दिया। इसके बाद जैसे ही लेटी उसका दो साल का बेटा अथर्व जग गया कुछ देर उसको सुलाने में लग गयी इस तरह से उसको … Continue reading दुःख का अथाह सागर – अनीता सिंह तोमर