दो बीघा जमीन – हरी दत्त शर्मा : Moral Stories in Hindi
Post View 3,178 “क्या करेगी ताई इतने अनाज का? कहाँ रखती फिरेगी ? कहीं घुन लग गया तो सब बेकार हो जाएगा। ” जगताप अपनी बुढिया ताई को समझा रहा था। “सुबह शाम चार रोटियां ही तो चाहिए तुझे, मेरे घर पर ही खा लिया करना। मैने अपने घर कह दिया है , वो तेरे … Continue reading दो बीघा जमीन – हरी दत्त शर्मा : Moral Stories in Hindi
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