दिव्या(भाग–10) – आरती झा आद्या : Moral stories in hindi
Post View 2,904 प्रियंवदा का चेहरा भरा हुआ था दुख और बेरुखी से, जैसे कि उसका सारी संवेदनशीलता गहराइयों में डूब गई हो। “शायद मेरा दिन ही खराब था,” उसने दुखभरी आवाज में कहा, जैसे कि उसके दिल में कई अनजान सवाल हो। “राजा तक भी बात पहुँच चुकी थी, माँ को तलब किया गया … Continue reading दिव्या(भाग–10) – आरती झा आद्या : Moral stories in hindi
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