दिल पर चोट – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Post Views: 23  सुखिया और उसका पुत्र दीनू रजनीश बाबू के यहाँ काम करते थे। सुखिया को इस घर पर काम करते हुए लगभग बीस साल हो गए थे। रजनीश बाबू के दो बेटे थे, जिनकी शादी हो गई थी। सुखिया सुबह ठीक आठ बजे आ जाती थी,और रात को आठ बजे घर जाती थी, … Continue reading दिल पर चोट – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi