दिल पर चोट – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Post View 222  सुखिया और उसका पुत्र दीनू रजनीश बाबू के यहाँ काम करते थे। सुखिया को इस घर पर काम करते हुए लगभग बीस साल हो गए थे। रजनीश बाबू के दो बेटे थे, जिनकी शादी हो गई थी। सुखिया सुबह ठीक आठ बजे आ जाती थी,और रात को आठ बजे घर जाती थी, … Continue reading दिल पर चोट – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi