धूप के बाद की ठंडी छांव – रजनी श्रीवास्तव अनंता

Post View 363 “बुआ मैं भी आपके साथ चलूंगी, पड़ोस वाली आंटी के घर!” छाया ने जिद की तो दोनों बुआ ने उसे अपने साथ ले लिया। गर्मी की छुट्टियों में एक सप्ताह के लिए उसकी दोनों बुआ मायके आयी थीं। दोनों साथ हीं आती थी। सब दोस्तों और रिश्तेदारों से, मोहल्ले वालों से, मिलकर … Continue reading धूप के बाद की ठंडी छांव – रजनी श्रीवास्तव अनंता