धोखा – मंजू ओमर : Moral stories in hindi

Post Views: 193 अरे अनंत सिर्फ दुकान चलाने और पैसा कमाने में ही व्यस्त रहता है कि कुछ घर पर और बच्चों पर भी ध्यान देता है। काहे दीपक भइया ऐसा क्यों कह रहै हो अंनत बोला । अरे श्रेया अब बड़ी हो रही है जरा उसपर भी ध्यान रखा करों कहां जा रही है … Continue reading धोखा – मंजू ओमर : Moral stories in hindi