Post View 246 पण्डित जी ने कृष्णकांत जी को उनकी बेटी के लिए जो रिश्ता सुझाया था। वह उन्हें ठीक लगा इसलिए उन्होंने हामी भर दी। शुभ मुहूर्त में बातें तय हुईं। वर पक्ष की एक ही माँग थी। वो यह कि “उन्होंने अपनी बेटी के विवाह के लिए जो धन राशि सोची है। वह … Continue reading धोखा – मधु शुक्ला
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