धिक्कार है – प्रेमलता माथनकर: Moral stories in hindi

Post Views: 7 निशिता का ऑपरेशन हुआ था।वो अस्पताल में थी।साथ में थे पति(तन्मय),बड़ी ननद और बच्चे। ननद बच्चों को संभालने के लिए आई हुई थी,,क्योंकि बेटी 3 ही महीने की थी।उसे किसी के पास छोड़ने का निशिता सोच भी नहीं सकती थी। ननद ने अचानक उससे कहा_”जरा अपना फोन देना एक कॉल कर लूं,मेरे … Continue reading धिक्कार है – प्रेमलता माथनकर: Moral stories in hindi