ढलती सांझ और ये जिम्मेदारियां – निशा जैन : Moral Stories in Hindi

Post Views: 8 “बधाई हो शशि जी अब तो तीनों बच्चों की शादी हो गई, सारी जिम्मेदारियों से मुक्त हो गई आप। “ “देखते हैं सुलोचना जी जिम्मेदारी से मुक्त हुई हूं या जिम्मेदारी बढ़ेगी समय के साथ…” “अरे भाग्यवान अब कौनसी जिम्मेदारी बढ़ेगी तुम्हारी? अब तो ढलती सांझ है हमारी जिंदगी पता नहीं कब … Continue reading ढलती सांझ और ये जिम्मेदारियां – निशा जैन : Moral Stories in Hindi