धड़ाम! – श्वेता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

Post View 3,366 दोपहर का काम खत्म करके रमा अपनी जेठानियों के साथ गप्पें मार रही थी। सासू माॅं मालादेवी भी अपने कमरे में आराम कर रही थी। तभी किचन से खूब जोर की धड़ाम! की आवाज आई।आवाज़ सुन मालादेवी और उनकी बहुऍं किचन की ओर दौड़ पड़ी। वहाँ रमा के ससुर जी(बाबूजी) मुँह में … Continue reading धड़ाम! – श्वेता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi