देश ही भाग्य विधाता – शुभ्रा बैनर्जी: Moral Stories in hindi
Post Views: 18 प्रतीक को आई आई टी से पास आउट होते ही मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छे पैकेज पर नौकरी मिल गई थी।प्रतीक अपनी सहपाठी नित्या से प्रेम करता था।अपने मम्मी -पापा को नित्या के बारे में बताया,जो कि सजातीय नहीं थी।सुलभा(प्रतीक की मां)ने एक ही बात कही”हमें तो कोई परेशानी नहीं इस विवाह से।तुम्हारे … Continue reading देश ही भाग्य विधाता – शुभ्रा बैनर्जी: Moral Stories in hindi
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