देर आए दुरुस्त आए – संगीता त्रिपाठी  : Moral Stories in Hindi

घंटी की तेज आवाज सुन गीता की नींद टूट गई, इस समय कौन आया होगा सोच दरवाजा खोलने चली गई, दरवाजा खोलते ही आश्चर्यचकित हो गई। सामने गोद में कम्बल में लपेटे गिन्नी को लिये नील और नेहा खड़े थे। चेहरे की रंगत ही बता रही दोनों कई दिनों से ठीक से सोये नहीं।दोनों की … Continue reading देर आए दुरुस्त आए – संगीता त्रिपाठी  : Moral Stories in Hindi