देहरी – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

Post View 9,518 राखी का त्यौहार आना हो या कोई अन्य त्यौहार शकुन्तला जी अपनी बहू के पीछे पड़ जाती थी ,रोशनी देखो त्यौहार की रंगत तो कोई को घर के द्वार की देहरी से ही समझ आती है। तब रोशनी कहती- मम्मी आप की तो पीछे पड़ने की आदत है। आप चिंता न करो … Continue reading देहरी – अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi