दीप फिर जल उठे – विजया डालमिया

Post Views: 5 “मम्मी इसमें से पापा की खुशबू आ रही है” जैसे ही परी ने विवेक की आलमारी खोलते हुए यह बात कही, मेरी रुलाई फूट पड़ी और मैंने उससे लिपटकर जोर जोर से रोना शुरू कर दिया। जिसे देखकर वह घबरा गई। कहने लगी….” मम्मा आपको क्या हुआ? मत रोओ ना।  प्लीज, मम्मा … Continue reading दीप फिर जल उठे – विजया डालमिया