दिसंबर का वो आखिरी दिन…. – रूचिका राणा

Post View 1,017 अपने ऑफिस में बैठा सुबह से ही फाइलों में उलझा हुआ था कि तभी दरवाजा खटखटाने की आवाज हुई और चपरासी ने आकर बताया कि बाहर कोई मेरा इंतजार कर रहा है। कहीं ना कहीं मैं जानता था कि कौन होगा लेकिन फिर भी यह जानने को उत्सुक था कि कौन होगा। … Continue reading दिसंबर का वो आखिरी दिन…. – रूचिका राणा