दायाँ हाथ – अनुज सारस्वत

Post Views: 8 मन_के_भाव (फादर्स डे के उपलक्ष्य में) “ऐसा है मम्मी मैं घर छोड़कर चला जाऊंगा या कुछ खा पीके मर जाऊंगा अगर मुझे बाईक नही दिलायी पापा ने तो ,सुगंधा की शादी के लिए तो पैसे जाने कहाँ से आगये और अपने  लड़के के लिए फटेहाली का रोना ,मैं सब समझता हूँ आज … Continue reading दायाँ हाथ – अनुज सारस्वत