दर्पण समाज का ” – गोमती सिंह

Post View 339 —–बाजे गाजे के साथ दुल्हा-दुल्हन की डोली आँगन में आई  । दुल्हा-दुल्हन का मौर परछन का रस्म किया जा रहा था । दीदी, बुआ ,काकी , बड़ी माँ,  सभी अत्यंत उल्लास के साथ मौर परछन के रस्म में शामिल हो रहे थे ।         लेकिन इन सभी रस्म अदायगी को दूर बैठी … Continue reading दर्पण समाज का ” – गोमती सिंह