दमयंती – पुरुषोत्तम : Moral Stories in Hindi

Post View 710 उसे याद भी नहीं कि पति के नकारा होने के बाद कब कोई उसे दमयंती नाम से पुकारा हो। अब तो वह भी किसी को अपना नाम बताती है तो दमड़ी ही बताती है। श्यामल पर गठीला शरीर, घाघरा-चोली और कंधे से घुमाके आगे बंधी ओढ़नी, चेहरे पर आत्मविश्वासी मुस्कान और माथे … Continue reading दमयंती – पुरुषोत्तम : Moral Stories in Hindi