दमयंती – पुरुषोत्तम : Moral Stories in Hindi

Post Views: 5 उसे याद भी नहीं कि पति के नकारा होने के बाद कब कोई उसे दमयंती नाम से पुकारा हो। अब तो वह भी किसी को अपना नाम बताती है तो दमड़ी ही बताती है। श्यामल पर गठीला शरीर, घाघरा-चोली और कंधे से घुमाके आगे बंधी ओढ़नी, चेहरे पर आत्मविश्वासी मुस्कान और माथे … Continue reading दमयंती – पुरुषोत्तम : Moral Stories in Hindi