*”दामिनी का दम”* (भाग-27) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi

Post View 27 राजेश चुपचाप कार में बैठा हुआ था लेकिन उसके दिमाग में हलचल ।मची हुई थी।तभी उसके मोबाइल पर किसी का फोन आया वो चौंक गया। उसने तुरंत किसी को फोन किया और एक लाठी लाने को कहा।थोड़ी देर में एक आदमी उसके पास लाठी लेकर आया।लाठी मिलते ही वो कार से निकला … Continue reading *”दामिनी का दम”* (भाग-27) – श्याम कुंवर भारती : Moral stories in hindi