दान के फल – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

Post View 636  अजी सुनते हैं…. हां , हां यही हूं बोलो ना…. गिरधारी लाल ने सुनयना देवी से कहा…!        आज शनिवार है, मैं सोच रही हूं शनि मंदिर के सामने बैठे  भिखारियों को फल बांट दूं…..ऐसा करिए आप मुझे पांच किलो सेव लाकर दे दीजिए…।       ठीक है , तुम तैयार हो तब तक मैं … Continue reading दान के फल – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi