कॉफ़ी-कैफ़े ‘… डॉ कविता माथुर

Post Views: 7 “मॉम, कॉफ़ी !” अचानक ये सुनकर सुमि जैसे गहरी तंद्रा से जागी हो। ,’ये लड़का सरप्राइज़ देना कभी नहीं छोड़ेगा!’ सुमि ये सोचने ही लगी थी कि रोहन ने पास आकर अपना सिर मॉं की गोद में रख दिया । कैप्टन रोहन आमतौर पर अपनी ज़िम्मेदारी समझने वाला संजीदा अफ़सर था । … Continue reading कॉफ़ी-कैफ़े ‘… डॉ कविता माथुर