चुराना समय का – बालेश्वर गुप्ता: Moral Stories in Hindi

Post View 29,607  निशिकांत,क्या यार इस उम्र में भी बच्चो के साथ कहीं भी घूमने चले जाते हो?क्या ये अच्छा लगता है?       क्या करे सुशांत, बेटा जिद करता है तो चला जाता हूँ।मैं अपनी तरफ से तो कहता नही।     पर तुम मना तो कर सकते हो।जवान बच्चे हैं, नैनीताल जा रहे हैं,उनके साथ तुम भी … Continue reading चुराना समय का – बालेश्वर गुप्ता: Moral Stories in Hindi