छोटी  बहू – अनामिका मिश्रा

Post View 1,966 रीमा छोटी बहू बनकर आई थी। अभी हाथों की मेहंदी भी कहां छुटी थी, दो ही दिन हुए थे।सासु मां की तबीयत कुछ बिगड़ गई थी,बहुत ज्यादा नहीं पर अब दो बहुओं के रहते बेटों ने कहा, _”मां आराम करो, तुम्हें कुछ कहने की जरूरत नहीं है!” रीमा के पति ने कहा, … Continue reading छोटी  बहू – अनामिका मिश्रा