छोटा शहर – श्रीप्रकाश श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Post View 152,393 सुनंदा खुश थी। उसके दोनों औलादों की घर गृहस्थी सेटेल हो चुकी थी। बेटा दिल्ली में बैंक में लग गया तो वही बेटी दामाद चंढीगढ में। बेटी की शादी इलाहाबाद में की मगर दामाद की नौकरी चंढीगढ में थी। जो दिल्ली से ज्यादा दूर नहीं था। वह जब भी दिल्ली जाती तो … Continue reading छोटा शहर – श्रीप्रकाश श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi