चरित्र का प्रमाण पत्र – आरती झा आद्या

Post View 2,318 नहीं श्यामा तुम समझती क्यूं नहीं…हमारी शादी नहीं हो सकती है…राघव हॉस्पिटल के कैंटीन में बैठा डॉक्टर श्यामा से कहता है। पार क्यूं डॉक्टर राघव…श्यामा को जब भी राघव की बात बुरी लगती वो उसे इसी तरह संबोधित करती। ओह हो श्यामा… तुम नाराज मत हो प्लीज। मेरी मां के साथ नहीं … Continue reading चरित्र का प्रमाण पत्र – आरती झा आद्या