चमकते आंसू – कंचन श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

Post View 2,752 तखत पर बैठी अम्मा के आंसू  रुक नही रहे हर कोई उनकी आंखों के सामने से चला जा रहा और वो लाचार बेबस असहाय सी वहीं की वहीं पड़ी  कुछ नही कर पा रही ।करें भी कैसे एक तो उम्र का तकाज़ा दूसरे निगोड़ी कई बीमारियों ने  घर बना लिया देह में … Continue reading चमकते आंसू – कंचन श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi