चमकते आंसू – कंचन श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi
Post View 1,170 तखत पर बैठी अम्मा के आंसू रुक नही रहे हर कोई उनकी आंखों के सामने से चला जा रहा और वो लाचार बेबस असहाय सी वहीं की वहीं पड़ी कुछ नही कर पा रही ।करें भी कैसे एक तो उम्र का तकाज़ा दूसरे निगोड़ी कई बीमारियों ने घर बना लिया देह में … Continue reading चमकते आंसू – कंचन श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi
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