चमकते आंसू – कंचन श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi
Post Views: 6 तखत पर बैठी अम्मा के आंसू रुक नही रहे हर कोई उनकी आंखों के सामने से चला जा रहा और वो लाचार बेबस असहाय सी वहीं की वहीं पड़ी कुछ नही कर पा रही ।करें भी कैसे एक तो उम्र का तकाज़ा दूसरे निगोड़ी कई बीमारियों ने घर बना लिया देह में … Continue reading चमकते आंसू – कंचन श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi
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