चाभियों का गुच्छा – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi

Post View 2,729 “ ये क्या कर रही है सुनंदा बहू… अभी आते ही घर की ज़िम्मेदारी से पल्ला झाड़ने की बड़ी जल्दी है तुम्हें जो अपनी तिजोरी की चाभियों का गुच्छा राशि को सौंप रही है।” चाची सास की आवाज़ सुन सुनंदा जी सकपका गई “ क्या हुआ चाची जी हमारे घर की ही … Continue reading चाभियों का गुच्छा – रश्मि प्रकाश : Moral Stories in Hindi