बुढ़ापा सार्थक हो गया – विभा गुप्ता Moral Stories in Hindi

Post View 1,840  स्त्री हो या पुरुष, बुढ़ापा के बारे में सोचकर सभी चिंतित हो जाते हैं।जिनके बेटे हैं वो सोचते हैं कि अगर बहू सेवा न की तो…और बेटी वाले सोचते हैं कि काशः हमारे भी एक बेटा होता तो बुढ़ापा आराम से कट जाता।लेकिन श्री महावीर प्रसाद और श्रीमती कनकलता देवी जी का … Continue reading बुढ़ापा सार्थक हो गया – विभा गुप्ता Moral Stories in Hindi