बुढ़ापा सार्थक हो गया – विभा गुप्ता Moral Stories in Hindi

Post Views: 4  स्त्री हो या पुरुष, बुढ़ापा के बारे में सोचकर सभी चिंतित हो जाते हैं।जिनके बेटे हैं वो सोचते हैं कि अगर बहू सेवा न की तो…और बेटी वाले सोचते हैं कि काशः हमारे भी एक बेटा होता तो बुढ़ापा आराम से कट जाता।लेकिन श्री महावीर प्रसाद और श्रीमती कनकलता देवी जी का … Continue reading बुढ़ापा सार्थक हो गया – विभा गुप्ता Moral Stories in Hindi