बोलती गुड़िया (भाग 3) – आशा सारस्वत
Post View 3,516 शीतल अपने घर चली गई कभी-कभी लैंडलाइन नंबर पर उससे बात हो जाती । वह अपनी ससुराल में बड़ी बहू होने के कारण सभी की लाड़ली थी। वह अपनी गृहस्थी में बहुत ख़ुश थी । उसके पति इंजीनियर थे, बहुत ही अच्छे वेतन पर वह नौकरी करते । सभी सुख सुविधाओं को … Continue reading बोलती गुड़िया (भाग 3) – आशा सारस्वत
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