बोझ – रीटा मक्कड़

Post View 524 पति को दफ्तर और बच्चों को स्कूल भेज कर मीता दोपहर के खाने की तैयारी में जुटी थी। हर रोज बच्चों की कोई न कोई फरमाइश होती तो वो बाकी काम मेड से करवाती लेकिन खाना पति और बच्चों की पसंद का खुद ही बनाती। इतने में फोन की घण्टी बजी देखा … Continue reading बोझ – रीटा मक्कड़