बिखरा घर – रश्मि प्रकाश : Moral stories in hindi

Post View 5,816 “देख लिया अपनी माँ को कितना अकड़ था उन्हें अपने ऊपर ….कैसे कहा करती थी ,मुझे किसी सहारे की ज़रूरत नहीं है, आज क्या हुआ पड़ गई सहारे की ज़रूरत…. क्यों जा बैठी है वो मेरे ही बेटे के घर में !” रत्ना पति से ग़ुस्से में बोले जा रही थी  “ … Continue reading बिखरा घर – रश्मि प्रकाश : Moral stories in hindi