भाभी – उषा विजय शिशिर भेरूंदा : Moral Stories in Hindi

Post Views: 210 असमय सुयश की आवाज से सुरेखा चौंक गई। आटे से हाथों से दरवाजा खोला, आज ऑफिस से जल्दी कैसे।  सुयश कहने लगे पहले एक गिलास पानी पिलाओ फिर मेरे पास आकर बैठो। सुरेखा ने घबराहट में जल्दी-जल्दी हाथ धोकर पानी का गिलास सुयश को देकर जल्दी आने का कारण पूछा  सुरेखा शाम … Continue reading भाभी – उषा विजय शिशिर भेरूंदा : Moral Stories in Hindi