बेटी हूँ तो क्या…..- रश्मि प्रकाश
Post View 342 “ माँ माँ चलो बारात आ गई …. पापा तुम्हें बाहर बुला रहे हैं ।” कामाक्षी ने अपनी माँ से कहा जो अंदर पूजा का सामान सहेजने में व्यस्तथी…. कौशल्या जी जल्दी से सिर पर रखी चुनरी सहेज दरवाज़े पर दूल्हे को परिछने आ गई । शादी की रस्में चल ही रही … Continue reading बेटी हूँ तो क्या…..- रश्मि प्रकाश
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed