बेटे की खुशी – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi

Post Views: 777     शामराव जी अपने घर की बालकनी में कुर्सी लगाकर बैठे थे, दो दिन के बाद दीपावली का त्यौहार था। पूरे घर पर रोशनाई लगवाई थी। मिट्टी के दिए भी मंगवा कर रखे थे, उन्हें यही लगता था कि मिट्टी के दियों को जलाए बिना कैसी दीपावली। दरअसल वे इन दिओ को जलाकर … Continue reading बेटे की खुशी – पुष्पा जोशी : Moral Stories in Hindi