बेटा इतने जतनो से पाला पोसा और इस कल की आई के लिए हम सब को छोड़ कर जा रहा है। – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi

Post View 2,542 सीमा जी बहुत  दुखी थी। अपने बेटे अमित और बहु रीटा से ।कुछ दिनों से ठीक से बात  तक नहीं कर रही थी । अमित आया और बोला मां,गुस्सा छोड़ो और हमको अपना आशीर्वाद दो ।सीमा जी ने देखा बड़ा सा बैग लिए बिल्कुल तैयार हो के अमित आया था।उसके पीछे , … Continue reading बेटा इतने जतनो से पाला पोसा और इस कल की आई के लिए हम सब को छोड़ कर जा रहा है। – रंजीता पाण्डेय : Moral Stories in Hindi