बेटा, हम तेरे परिवार का हिस्सा नहीं है। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi

Post View 17,060 सुधीर फोन नहीं उठा रहा है? मैंने सुबह से कितने फोन कर दिये, आज तो रविवार है, आज की आने की कहकर गया था, और अभी तक भी आया नहीं, भारती जी ने हांफते हुए कहा तो उमेश जी ने उनका हाथ पकड़ाकर बैठा दिया, ये दरवाजे पर बार-बार चक्कर लगाने से … Continue reading बेटा, हम तेरे परिवार का हिस्सा नहीं है। – अर्चना खंडेलवाल : Moral Stories in Hindi