बेमेल (भाग 30) अंतिम भाग – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi

Post View 567 .तभी भीड़ में खड़ा मंगल जौहरी आगे आया और भावुक होकर बोला – “सही कहते हो उदय भईया! ये औरत जो चिरनिंद्रा में लेटी है, ये श्यामा काकी नहीं बल्कि इस गांव की मां – श्यामा मां है!” कहकर उसने एक पोटली निकाली जिसमें श्यामा के गिरवी रखे सारे जेवर थे। “मैं … Continue reading बेमेल (भाग 30) अंतिम भाग – श्वेत कुमार सिन्हा : Moral Stories in Hindi