बस…अब और नहीं – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi

Post View 9,837     ” अनिरुद्ध ….तेरा दिमाग तो ठीक है….बेटी को क्या उम्र भर यहीं बिठायेगा…समाज- बिरादरी वाले क्या कहेंगे…तू अभी के अभी सलोनी को उसके ससुराल भेज दे..।” रामराजी देवी अपने बेटे पर चिल्लाई।    ” बस माँ….अब और नहीं…सलोनी अब कहीं नहीं जायेगी।” अनिरुद्ध चीखते हुए बोले।       अनिरुद्ध और अनिता की इकलौती संतान थी … Continue reading बस…अब और नहीं – विभा गुप्ता : Moral stories in hindi