बंधन – ज्योति अप्रतिम

Post View 309 ***** कहाँ जा रहे हो बेटा ? भोजन का समय हो गया है। माँ ने ऋतिक से पूछा । कहीं नहीं ! अभी आता हूँ ।आधे घण्टे में पहुँच जाऊँगा। ऋतिक ने लापरवाही से दरवाजा खोल कर जाते हुए कहा। माँ ने फिर टोका ,बेटा ,पापा आने वाले हैं और बुआजी भी … Continue reading बंधन – ज्योति अप्रतिम